नोएडा के जगन्नाथ मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव मनाया गया
Prana Pratistha of Lord Jagannath Temple performed at Noida Jagannath Temple
By Kishore Diwedi
नोएडा/नई दिल्ली, दिनांक ० २. ० २: नोएडा के जगन्नाथ मंदिर में पांच दिनों तक चलने वाला प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव धूमधाम और भव्यता से मनाया गया। २९ जनवरी को शुरू हुआ यह समारोह २ फरवरी २०२५ तक जारी रहा।
नोएडा में सेक्टर-१२१ में नव निर्मित मंदिर को इस भव्य अवसर के लिए आकर्षक और सौंदर्यपूर्ण रूप से सजाया गया था। फूलों, सूती कपड़ों और रोशनी की जगमग एवं रंगबिरंगी सजावट से पूरा माहौल उत्सव के उत्साह से सराबोर था। पांच दिनों तक चले समारोह के दौरान सेवकों, आयोजकों और दर्शकों के बीच अभूतपूर्व रुचि, अप्रत्याशित उत्कंठा और उत्साह का चरमोत्कर्ष देखा गया। यहां चारों देवताओं के प्रतिष्ठा समारोह को देखने के लिए लाखों की संख्या में श्रद्धालु एकत्रित हुए।
इस भव्य समारोह की पूरी व्यवस्था मंदिर की प्रबंधन समिति श्री जगन्नाथ समिति के अध्यक्ष विश्वनाथ त्रिपाठी, महासचिव डॉ. मनोरंजन मोहंती, उपाध्यक्ष प्रमोद भाल और संयुक्त सचिव धनेश्वर नायक आदि पदाधिकारियों और आयोजकों के सक्षम और सक्रिय नेतृत्व में सुचारू रूप से संचालित की गई। समारोह की सफलता का वास्तविक श्रेय उन सैकड़ों गुमनाम स्वयंसेवकों को जाता है, जिन्होंने तैयारी की अवधि के दौरान कई दिनों तक मध्यरात्रि तक जागकर कड़ी मेहनत की ।
मुख्य अतिथि पुरी के गजपति महाराजा श्री दिव्य सिंह देब द्वारा २ फरवरी को बसंत पंचमी के शुभ अवसर पर बहुप्रतीक्षित प्राण प्रतिष्ठा अनुष्ठान का आयोजन किया गया। महाप्रभु के आद्य सेवक के रूप में, उन्होंने देवताओं के अभिषेक के बाद प्रथम पूजा भी की। पांच दिनों के दौरान प्राणप्रतिष्ठा महोत्सव की शोभा बढ़ानेवाले अन्य गणमान्य व्यक्तियों में सांसद डॉ. महेश शर्मा, डॉ. रवींद्र नारायण बेहरा, सुरेंद्र नागर, विधायक पंकज सिंह, वरिष्ठ भाजपा नेता श्याम जाजू, उपेंद्र सिंह और रवि रोशन, दिनेश खाड़े, वर्ल्ड ओडिशा सोसाइटी के अध्यक्ष किशोर द्विबेदी, प्रसिद्ध उद्योगपति राजेश सहाय ,ब्रह्मा मिश्रा, महिला नेता डॉ. चिदात्मिका खटुआ, आध्यात्मिक गुरु आचार्य शैलेश तिवारी, संत गौतम ऋषि और दिल्ली के मंत्री संजय गहलोत शामिल हैं।
प्राण प्रतिष्ठा हिंदू परंपरा में देवताओं की मूर्ति की प्रतिष्ठा करने का एक महत्वपूर्ण और पवित्र अनुष्ठान है। विशेष धार्मिक अनुष्ठानों की श्रृंखला, भजन, कीर्तन, सांस्कृतिक कार्यक्रम, आध्यात्मिक उपदेश और सामुदायिक सभाएं समारोह के प्रमुख आकर्षण थे। प्राण प्रतिष्ठा का अनुष्ठान पुरी के मुक्ति मंडप द्वारा प्रतिनियुक्त पुजारियों की टीम द्वारा आयोजित किया गया था। कार्यक्रम में अयोध्या, हरिद्वार, ऋषिकेश, पुरी, बनारस आदि जैसे भारत के सभी देवस्थानों के साधुओं, संतों और महात्माओं जैसे धार्मिक और आध्यात्मिक लोगों का जमावड़ा देखा गया।
प्राणप्रतिष्ठा अनुष्ठान के बाद आकर्षक और मनमोहक रत्न सिंहासन पर स्थितचार देवताओं का भव्य और मंत्रमुग्ध कर देने वाला दृश्य भक्तों के लिए एक शुद्ध और उत्तम आनंद का अनुभव था। प्राणप्रतिष्ठा महोत्सव का मुख्य आकर्षण प्रसिद्ध कलाकारों द्वारा प्रत्येक शाम प्रस्तुत किया जाने वाला सांस्कृतिक कार्यक्रम था। इनमें संतोष राउत के नेतृत्व वाली सुर मल्हार टीम, सीए सुधीर दाश और मंडली, प्रसिद्ध गायक दलीप चोपड़ा, अनिल चंचल, शानदार भजन गायक विजय वर्मा, अमृता चतुर्वेदी, विजय शर्मा, मोमर बिसु और रोहित कुमार बॉबी, ओडिशा से दास नृत्यशाला की सांस्कृतिक मंडली शामिल हैं।
स्वामी माधवानंद महाराज ने प्रत्येक शाम श्री जगन्नाथ अमृत कथा नामक भक्ति उपदेश दिया। मां खरखाई कीर्तन मंडली ने भी सभी पांच दिनों में अपने मन को शांति देने वाले भक्ति गीतों से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
निगम मोहंती, प्रशांत खिल्लर, अभिमन्यु परिडा, किशोर परिदा, दिलीप स्वैन, रमेश नायक, अक्षय स्वैन, प्रकाश राय, देवव्रत मिश्रा, सुब्रत जेना, सुबल बेहरा, रवींद्र नायक, प्रसाद परिडा, प्रभात जेना, अरुण स्वैन, शिवराम पाणिग्रही, भरत प्रधान, आदित्य स्वैन, के सर्वांगीण सहयोग से महोत्सव की पूरी व्यवस्था सुचारू रूप से आयोजित और सफलतापूर्वक निष्पादित की गई। श्री जगन्नाथ समिति के अन्य महत्वपूर्ण सदस्य ए आर परिजा, युधिष्ठिर नायक, सुशांत सुतार, अजय कुंआर, हलधर पात्रा, रबी राउत, विश्वरंजन स्वैन, देवव्रत नायक, अनूप परिडा, सनी परिदा, महेश परिडा, बिक्रम परिदा आदि की प्रचेष्ठा के फलस्वरूप इस महासमारोह का आयोजन बिना किसी विघ्न के संपूर्ण हुआ |